गीदड़ की जब मौत आती है तब वह शहर की तरफ भागता है

किसी  ने ठीक ही कहा है गीदड़ की जब मौत आती है तब वह शहर की तरफ भागता है ! ऐसे  में उसे जो भी चकाचौध करने वाली बात नज़र आती है वो बस उसी में फँस जाता है ! 
ज़िन्दगी हसीं तो ज़रूर है दोस्तों ये उन से पूछिये जिन्होंने शायद कम सावन देखे हों मगर सावन सही अर्थ में देखे और समझे हों ! ज़िन्दगी उम्र से नहीं बल्कि अनुभव से ज्यादा मायने रखता है वरना तो लोग सौ साल तक जी भी लेते हैं और फिर भी अनुभव और यतार्थ जीवन की सच्चाई को परखने और समझने में दुविधाजनक हो जाते हैं। यहाँ हम ज़िन्दगी की हक़ीक़तों, अनुभवों और कुछ आम जीवन की बातें करेंगे - अब तक जो आपने पढ़ा वो सही लग रहा है तो मुझे ज़रूर इत्तिला करें और हो सके तो किस विषय पर पढ़ना ज्यादा पसंद करेंगे ये भी बता सकते हैं !
आईये, पहली पायदान पर आज आप सभी का स्वागत है !


~ सेहर

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